सोमवार, 18 अगस्त 2014

नाम
जिन्ना की ज़िद
 नेहरू की लालसा
 गाँधी की ग़लती
 प्रकृति का बटवारा
जनमानस की त्रासिदी
इतिहास गवाह है
वक़्त की पुकार सुनो
 जागो नही तो
 इतिहास फिर दोहराए गा
अपने को बस
 इस बार
 नाम तुम्हारे होंगे
नाम हमारे होंगे

डॉ. राकेश मिनोचा

रविवार, 17 अगस्त 2014

महाभारत -

नेहरू,जिन्ना की राजनीति
 गाँधी का झूट
"पाकिस्तान मेरी लाश पर बनेगा"
 मृत्यु का कारण बने
अनेकानेक मानवों के
पहचान ,धन- संपत्ति, बाग-बगीचे
छूट गये कहीं पीछे
विस्थापित हुए अनेक
 एक प्रश्न जो हृद्य को कचोटता है
क्या गया नेहरू गाँधी जिन्ना के बाप का ?
 एक स्वयं भू राष्ट्रपिता एक चाचा
 एक काएदेआज़म कहलाया
विस्थापितों के लहू से तिलक
 दर्द से ताजपोशी करवा
आज़ादी का उन्होने जश्न मनाया
 गाँधी की ग़लती नेहरू की लालसा
 जिन्ना की ज़िद
सज़ा बहुत भुगत ली
 अब तो दिल माँगता है
 महाभारत
 एक बार फिर
 महाभारत

डॉ. राकेश मिनोचा

Gandhi

1947
देश का बटवारा
लाखों  लोग  विस्थापित
लाखों   मारे  गए
गाँधी  तुम  कातिल  हो
गाँधी  तुम  कातिल  हो
सीमा  के  उस  पार  मारे  गए
सिर्फ़  उनके  नही
सीमा  के  इस  पार  आए
 उनके  भी
क्योंकि  बिना  जड़ों  के
 वृक्ष  कहीं  खोखला  हो  जाता  है
फिर  भी
सतत्  पर्यतनो  से
 वो  सिर  उठाए  खड़े  हैं
अपने  पुरखों  की  मिट्टी  की  खुश्बू  लिए
 वो  गर्व  से आज  भी
अकेले  ज़िंदा  हैं
मगर  अफ़सोस  की  तुम
रक्त  बीज  की  तरह
छदम  धर्म  निरपेक्ष  सत्ता  लोलुप
व्यक्तियों  की  भीड़  मैं
 आज  भी  मौजूद  हो
 एक  और  बटवारे  के  लिए
अब  जो  बटी  यह  धरती
दोष  तुम्ही  पे  आएगा
सोच  नेहरू   जिन्ना  की
 को  भी  ज़िम्मेदार  ठहराया  जाएगा
 गाँधी कब तक भागो गे
सत्य    ज़िम्मेदारी  से
एक  बार  तो  कर  लो  कबूल
कह  दो
हाँ मैं कातिल हूँ
हाँ  मैं  कातिल  हुँ

राकेश मिनोचा

बुधवार, 1 सितंबर 2010

pakistan ki madat

humare bekuf neta pakistan ki madat kare ja rahe hain jab ki wo madat lene mein bhi nakhre aur ankhe dikha rha hai. Humare neta tabhi samjhenge jab inhi paiso duara banaye gay bam inka , inke biwi baccho ka nuksaan karenge . Abhi to aam janta hi pakistan ki atankwadi harkato ka shikar ho rhi hai ye to das darwajo ke piche mumtaz mehal ki tarah chipe rhte hain. in paiso ki zaroorat kya humare desh ko nhi hai? In haramzado ko itni bhi samajh nhi hai ya ye sahi mei dogale hai aur sare
aam phansi aur goli ke haqdar hai

रविवार, 30 मई 2010

माओवादी समस्या

सरकार का रवैया निराशाजनक , कायरता पूर्ण है । ये हमारे नेताओ की दोगली चाल का नमूना है ,भगवान करे किसी रोज़ ये भी इसी तरह मारे जाये फर्क तो मगर फिर भी रहे गा ,जो यात्री अब मरे है वोह तो इनकी बेवकूफी से शहीद हो गए ,नेताओ की मौत को हम हँसते हुई कुत्ते की मौत कहते हुई याद करें गे । शर्म करो क्यों पैसे और गद्दी के लालच मैं कश्मीर,आतंकवाद के साथ साथ अब नक्स्लवाद को बढा रहे हो ,क्यों भारतमा के टुकड़े टुकड़े करने पर तुले हो .खैर मैं किसे समझा रहा हूँ आज के नेता तो अपनी माँ-बाप की औलाद नहीं ,ये भारतमा का दर्द क्या समझेगें।
डॉ.मिनोचा

सोमवार, 12 अप्रैल 2010

भागमभाग शादी

शादी का मजाक ,संस्कृति का मजाक ,भारतीयता का मजाक -किसी ने कहा है "ऐसी औलाद से तो बेऔलाद अच्छे"
क्या सानिया मजहब, देश सब से ऊपर है -वक़्त का इन्तिजार करे
डॉ.मिनोचा

रविवार, 11 अप्रैल 2010

सानिया मिर्ज़ा-सोच कर देख

सानिया मिर्ज़ा -जिस को न देश व निज धरा पर अभिमान है ,वोह नर नहीं नरपशु निरा है और मृतक सामान है

पैसे के लिए मैच फ़िक्सेर से शादी न करो ,पैसा साथ नहीं जायेगा

वोह आयशा का नहीं हुआ ,तेरा क्या होगा ,उसकी सोच

तेरे से खेलेगा ,जब तू सोने के अंडे नहीं देगी ,तेरे को छोड़ तेरे से खूबसूरत के पास चला जाय गा

शोएब झूठा और ऐयाश है ,सब जानते है

हिंदुस्तान तेरा अपना है तू उसे ठुकरा रही है ,पाकिस्तान की नीव ही गलत है

अभी भी संभल जा ,नहीं तो वक़्त आये गा की रोने के लिए कन्धा भी नहीं मिले गा

डॉ मिनोचा