सोमवार, 18 अगस्त 2014

नाम
जिन्ना की ज़िद
 नेहरू की लालसा
 गाँधी की ग़लती
 प्रकृति का बटवारा
जनमानस की त्रासिदी
इतिहास गवाह है
वक़्त की पुकार सुनो
 जागो नही तो
 इतिहास फिर दोहराए गा
अपने को बस
 इस बार
 नाम तुम्हारे होंगे
नाम हमारे होंगे

डॉ. राकेश मिनोचा

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